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अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका कोरोना संदिग्ध, सोशल मीडिया पर बयां किया दर्द
By: Priyanka Maheshwari Sat, 14 Mar 2020 1:07:33
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 83 मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा केरल में 19 और महाराष्ट्र में 14 मामले आ चुके हैं। दिल्ली में सात, उत्तर प्रदेश में 11, लद्दाख में 3, कर्नाटक में 6, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना, राजस्थान से 1-1 केस सामने आ चुके हैं। इन 83 मामलों में 66 भारतीय हैं जबकि 17 विदेशी नागरिक हैं। कुल 83 मामलों में दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कोरोना से संक्रमित हुए 10 लोग (केरल-3, दिल्ली-7) ठीक होने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बाकी के 71 मामलों में कोरोना के मरीजों की स्थिति सामान्य है। कोरोना के कारण जहां लोग अपनो को खो रहे हैं, वहीं हजारों लोग अपने परिजनों तक पहुंचने के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं। ऐसे में केरल से एक दर्द भरी कहानी सामने आई है।
अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका
एक शख्स अपने पिता को देखने के लिए कतर से लौटा था लेकिन कोरोना वायरस होने के शक के कारण अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका। केरल के थोडुपुझा के मूल निवासी ने फेसबुक के जरिए अपने दर्द को बयां किया। शख्स कतर में एक निजी फर्म में काम करता है। उनका परिवार मध्य केरल के थोडुपुझा क्षेत्र के पास अलैकोड गांव में रहता है। शख्स ने लिखा, 7 मार्च को मैंने अपने भाई का मैसेज देखा। उसने तुरंत संपर्क करने को कहा। जैसे ही मैंने उसे कॉल किया मुझे पता चला कि मेरे पिता सोने के दौरान बिस्तर से गिर गए थे, जिस कारण उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें अलप्पुझा मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया गया था।
बाद में जब मैंने फोन किया तो मुझे बताया गया कि उन्हें आंतरिक रक्तस्राव यानी इंटर्नल ब्लीडिंग हो रही है। मैंने तुरंत ऑफिस में जानकारी दी। फिर उन लोगों ने केरल के लिए मेरी फ्लाइट बुक कर दी। हालांकि, मैं केरल में फैले कोरोना वायरस की भी मुझे जानकारी थी, इसलिए मैं चिंतित था कि क्या मैं घर जा पाऊंगा। मैं उस रात कोच्चि के लिए निकला।
शख्स ने लिखा, पहुंचने पर कोरोना वायरस के लिए उनकी स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद उन्हें अपने होम टाउन जाने की अनुमित दी गई। बाद में वे कोट्टायम के लिए रवाना हुए। हालांकि, इस दौरान उनका रिश्तेदारों से संपर्क नहीं हो पाया और इस तरह मुझे अस्पताल में अपने पिता से मिलने का मौका मिला। शख्स ने लिखा, जैसा ही मैं अस्पताल से बाहर आया मुझे खांसी शुरू हो गई और मेरे गले में खुजली महसूस हुई। शुरू में मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। फिर भी सुरक्षा को देखते हुए मैं कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में कोरोना सेल में डॉक्टर से कंसल्ट किया। डॉक्टर ने मुझे बताया कि कतर के कई हिस्से में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है और मुझे तुरंत आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
आइसोलेशन वार्ड में 9 दिन बिताने के बाद रात में खबर मिली कि उनके पिता को दौरा पड़ा और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। पिता और पुत्र दोनों एक ही अस्पताल में थे, लेकिन आइसोलेटेड प्रोटोकॉल के कारण शख्स अपने पिता से नहीं मिल सका। अगले दिन उनके पिता के शव को मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में लाया गया, लेकिन शख्स अपने पिता को आइसोलेशन वार्ड की खिड़की से एंबुलेंस में ले जाते देख पाया।
शख्स ने लिखा, जब पिता के शरीर को लाया गया तो मैं आखिरी बार उन्हें वीडियो कॉल से देखा। अगर मैं कोरोना सेल से संपर्क नहीं किया होता तो मैं अपने पिता को देखने में कामयाब हो जाता। हालांकि, मैंने ये वायरस अपने परिवार और मेरे क्षेत्र के लोगों में नहीं फैलने दिया।
शख्स ने लिखा, दूसरे देश से लौटने वाले लोगों को पास के मेडिकल ऑफिस को सूचित करना चाहिए। यदि इसके लिए कुछ दिन अलग रहते हैं, तो बाकी समय अपने परिवार के साथ रह सकते हैं। आखिर में उसने अपने सैंपल टेस्ट के परिणामों पर आशंका जताई।
बता दे, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के 1,24,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके है। इस वायरस की वजह से 5000 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके है। चीन के बाद इस वायरस की वजह से सबसे ज्यादा मौते इटली में हुई है। यहां शुक्रवार को 250 लोगों की मौत हो गई। अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश में इससे एक दिन में होने वाली मौतों की यह सर्वाधिक संख्या है। पिछले 24 घंटों में 250 मौतें दर्ज की गई हैं, जिससे मृतकों की कुल संख्या 1,266 हो गई। साथ ही, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 17,660 हो गई है।
अमेरिका में आपातकाल की घोषणा
अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की, इससे कोरोना वायरस से निपटने के लिए संघीय कोष से सरकार को 50 अरब डॉलर की मदद राशि मिलेगी। प्रतिष्ठित व्हाइट हाउस के लॉन में डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा, 'संघीय सरकार की पूर्ण शक्ति का उपयोग करने के लिए मैं आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय आपातकाल का ऐलान करता हूं।' उन्होंने अमेरिका के सभी राज्यों से आपात ऑपरेशन केन्द्र बनाने का आदेश दे दिया है।
शुक्रवार तक आए आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) के तकरीबन 1600 मामले सामने आए हैं और अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। एक ताजा रिसर्च रिपोर्ट ने अमेरिका में खौफ की स्थिति को और भयावह बना दिया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की 70% आबादी कोरोना वायरस की चपेट में आ जाएगी और इस महामारी का अमेरिका पर बुरा असर पड़ेगा। हालांकि वहां सरकार जिस तेजी से कदम उठा रही है, उससे ऐसा होने की उम्मीद कम ही लगती है।